"प्रीत न पराई"
मोहे बचाइले साजणा
मोरी प्रीत न पराई
तूने दिए मुझको ये यादों के मेले
यादों के मेंले राजा प्यार के झमेले
फिर मेलों में दे दी तन्हाई .....
हो राजा मोरी प्रीत न पराई
मोहे बचाइले साजणा मोरी प्रीत न पराई
कैसे सजाऊ खुद को
कैसे में संवारु
अखियाँ बिछाये तेरी राह में निहारूं
राहों में लिखीं रुस्वाई हो राजा
मोरी प्रीत न पराई
मोहे बचाइले साजणा मोरी
प्रीत न पराई
अंगना में काग, बोले बागा में कोयलियां
छन छन निगोड़ी बाजे , मोरी ये पयलियां
महँगी पड़ी रे ये जुदाई हो राजा
मोरी प्रीत न पराई
मोहे बचाइले साजणा मोरी प्रीत न पराई
प्रीत है तो आजा साजन काहे तड़पाये
बैरन हवा आ आके मोहे छेड़े जाये
हो ! अब न बचुँगी हरजाई राजा
मोरी प्रीत न पराई
मोहे बचाइले साजणा मोरी प्रीत न पराई ।।
Viky Chahar
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