• Quickies

    Roz palke bhigote hai

    Kal bhi rote the aaj bhi rote h ,
    Kismat hi aisi likhi h khuda ne ki us roz palke bigote h .

    कल भी रोते थे आज भी रोते है ,
    किस्मत ही ऐसी लिखी है खुदा ने की रोज़ पलके भिगोते है ।


    1 comment:

    1. मैं आपके बारे में सिर्फ़ इतना ही कहना चाहूँगी की आपकी लेखन कला काफ़ी उत्कृष्ट है जो कि इस शायरी से झलकती है| आप बस ऐसे ही लिखते रहे और हम यहाँ बार-बार आते रहेंगें|
      धन्यवाद!

      ReplyDelete